शैखुल मशाइख हज़रत बाबा फरीदुद्दीन मसऊद गंजे शकर चिश्ती रहमतुल्लाह अलैह की हालाते ज़िन्दगी (Part-1)

शैखुल मशाइख हज़रत बाबा फरीदुद्दीन मसऊद गंजे शकर चिश्ती रहमतुल्लाह अलैह की हालाते ज़िन्दगी (Part-1)

बर्रे सगीर हिन्दो पाक :- बर्रे सगीर हिन्दो पाक यानि हिंदुस्तान और पाकिस्तान में जिन मुक़द्दस और बुर्गज़ीदाह हस्तियों ने अपने इल्मो फ़ज़ल के ज़रिए इस्लाम की नूरानी शमा रौशन की और उसकी नूर बिखेरती किरनो से तारीक (अन्धेरा) दिल को जगमगाया भटकते ज़हनो को मरकज़े रुश्दो हिदायत पर...
शैख़ुश शीयूख हज़रत अबू हफ्स शैख़ शहाबुद्दीन उमर सोहरवर्दी की हालाते ज़िन्दगी

शैख़ुश शीयूख हज़रत अबू हफ्स शैख़ शहाबुद्दीन उमर सोहरवर्दी की हालाते ज़िन्दगी

आप की विलादत बा सआदत :- आप की पैदाइश माहे रजब में 539 हिजरी मुताबिक़ 1144 ईस्वी क़स्बा “सोहरवर्द” में हुई | आपका नाम :- आपका इसमें गिरामी “शहाबुद्दीन उमर” कुन्नियत “अबू हफ्स” लक़ब शैखुल इस्लाम शैखुश शीयूख, आप सिलसिलए सोहरवर्दी के बानी...
मुजद्दिदे इस्लाम हज़रत शैख़ अबू बक़र शैख़ शिब्ली बगदादी की हालाते ज़िन्दगी

मुजद्दिदे इस्लाम हज़रत शैख़ अबू बक़र शैख़ शिब्ली बगदादी की हालाते ज़िन्दगी

बेहरे शिब्ली शेरे हक़ दुनिया के कुत्तों से बचा एक का रख अब्दे वाहिद बेरिया के वास्ते आपकी विलादत बा सआदत :- आपकी विलादत बा सआदत दो सो सैंतालीस (247) हिजरी मुताबिक़ आठ सो इकसठ (861) ईस्वी में बामक़ाम सामराह बग़दाद में हुई | आपका इस्म नामे मुबारक व कुन्नियत :- आपका नामे...
सहाबिए रसूल हज़रत सय्यदना उमर फ़ारूक़े आज़म रदियल्लाहु अन्हु की हालाते ज़िन्दगी (Part-3)

सहाबिए रसूल हज़रत सय्यदना उमर फ़ारूक़े आज़म रदियल्लाहु अन्हु की हालाते ज़िन्दगी (Part-3)

करामाते हज़रते उमर फ़ारूक़े आज़म रदियल्लाहु अन्हु हज़रते उमर फ़ारूक़े आज़म रदियल्लाहु अन्हु से बहोत सी करामातें भी ज़ाहिर हुई हैं जिनमे से चंद का आपके सामने ज़िक्र किया जाता है | निदाए फ़ारूक़ी ने फ़तेह दिला दी :- हज़रत अल्लामा अबू नईम रहमतुल्लाहि अलैह ने दलाइल में हज़रत उमर बिन...
सहाबिए रसूल हज़रत सय्यदना उमर फ़ारूक़े आज़म रदियल्लाहु अन्हु की हालाते ज़िन्दगी (Part-3)

सहाबिए रसूल हज़रत सय्यदना उमर फ़ारूक़े आज़म रदियल्लाहु अन्हु की हालाते ज़िन्दगी (Part-2)

आप की राए से क़ुरआन शरीफ की मवाफ़िक़त :- (सेम वैसा ही, उसी तरह, उस जैसा ही) हज़रते उमर फ़ारूक़े आज़म रदियल्लाहु अन्हु की एक बहुत बड़ी फ़ज़ीलत ये है के क़ुरआन शरीफ की आप की राए के मवाफ़िक़ (सेम वैसा ही, उसी तरह, उस जैसा ही) नाज़िल होता था | राए के मवाफ़िक़ नुज़ूले आयात :- हज़रते अली...
सहाबिए रसूल हज़रत सय्यदना उमर फ़ारूक़े आज़म रदियल्लाहु अन्हु की हालाते ज़िन्दगी (Part-1)

सहाबिए रसूल हज़रत सय्यदना उमर फ़ारूक़े आज़म रदियल्लाहु अन्हु की हालाते ज़िन्दगी (Part-1)

कमाल व खूबी वाला कौन होता है :- हक़ीक़त में कमाल व खूबी वाला वो शख्स है जो दूसरों को भी कमाल व खूबी वाला बना दे तो हमारे आक़ा व मौला जनाबे अहमदे मुज्तबा मुहम्मद मुस्तफा सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम हक़ीक़त में कमाल व खूबी वाले हैं | जिन्होंने बेशुमार लोगों को कमाल व खूबी वाला...
सहाबिए रसूल हज़रत सय्यदना उस्माने गनी रदियल्लाहु अन्हु की हालाते ज़िन्दगी (Part – 3)

सहाबिए रसूल हज़रत सय्यदना उस्माने गनी रदियल्लाहु अन्हु की हालाते ज़िन्दगी (Part – 3)

ग़ैब की खबर देना :- हज़रत अल्लामा ताजुद्दीन सुबकी रहमतुल्लाह अलैह ने अपनी किताब “तबक़ात” में लिखते हैं के एक शख्स ने रास्ते में चलते हुए एक अजनबी औरत को घूर घूर कर गलत निगाहों से देखा | उसके बाद ये शख्स अमीरुल मोमिनीन हज़रते उस्माने गनी रदियल्लाहु अन्हु की...
सहाबिए रसूल हज़रत सय्यदना उस्माने गनी रदियल्लाहु अन्हु की हालाते ज़िन्दगी (Part – 3)

सहाबिए रसूल हज़रत सय्यदना उस्माने गनी रदियल्लाहु अन्हु की हालाते ज़िन्दगी (Part-2)

हज़रते उस्माने गनी रदियल्लाहु अन्हु पर ऐतिराज़ात और उसके जवाबात :- हज़रते उस्मान बिन अब्दुल्लाह बिन मोहिब रदियल्लाहू अन्हु फरमाते है की मिस्र का रहने वाला एक शख्स हज के इरादे से बैतुल्लाह शरीफ आया इस ने एक जगह कुछ लोगों को बैठे हुए देखा तो पूछा की ये कौन लोग है? जवाब...
सदरुल्ला फ़ाज़िल अल्लामा सय्यद नईमुद्दीन मुरादाबादी की हालाते ज़िन्दगी

सदरुल्ला फ़ाज़िल अल्लामा सय्यद नईमुद्दीन मुरादाबादी की हालाते ज़िन्दगी

आपकी विलादत बा सआदत :- सदरुल्ला फ़ाज़िल अल्लामा सय्यद नईमुद्दीन मुरादाबादी रहमतुल्लाह अलैह की विलादते मुबारक इक्कीस (21) सफारुल मुज़फ्फर (1300) तेहराह सौ हिजरी मुताबिक़ एक (1) जनवरी अठ्ठारह सौ तिरासी (1883) ईस्वी बरोज़ पीर के दिन मुल्के हिंदुस्तान के शहर...
सय्यद शाह आले रसूल अहमदी सरकार आला हज़रत के पीरो मुर्शिद आपकी हालते ज़िन्दगी

सय्यद शाह आले रसूल अहमदी सरकार आला हज़रत के पीरो मुर्शिद आपकी हालते ज़िन्दगी

दो जहाँ में ख़ादिमें आले रसूलुल्लाह कर, हज़रते आले रसूले मुक़्तदा के वास्ते आपके आपकी विलादत बा सआदत :- माहे रजाबुल मुरज्जब 1209 हिजरी मुताबिक़ 1795 ईस्वी मारहरा शरीफ ज़िला एटा उत्तर प्रदेश हिन्द (हिंदुस्तान) में हुई | आपका इसमें गिरामी :- आपका नामे नामी “आले...